बहुत पुरानी बात है। सुनो धन नाम के एक राजा थे। उनकी राजधानी कपिलवस्तु थे। उनके पुत्र का नाम सिद्धार्था था। वह बहुत दयालु राजकुमार था। 1 दिन राजकुमार सिद्धार्थ अपने उपवन में टहल रहे थे। तभी घायल हंस उनके सामने आकर गिरा। उसे किसी ने तीर मारकर घायल कर दिया था। राजकुमार सिद्धार्थ तेजी से चलकर उसके पास गए और उसे अपनी गोद में उठा लिया। उन्होंने उसका तेल निकाला और उसे पानी पिलाया वह बोले किसने इसे तीर मार दिया उसे दया नहीं आई सुंदर